जैन धर्म, सनातन संस्कृति के शास्वत ज्ञान की एक शाखा है. जैन धर्म की उत्पत्ति छठी शताब्दी ईसा पूर्व में भगवान महावीर जी ने की थी. जैन धर्म के मुताबिक, हर जीवित प्राणी में एक आत्मा होती है. जैन धर्म का अंतिम लक्ष्य जन्म, मृत्यु, और पुनर्जन्म के चक्र से मुक्ति पाना है. जैन धर्म के मुताबिक, अहिंसा, करुणा, ईमानदारी, और आत्म-अनुशासन के रास्ते पर चलकर यह मुक्ति पाई जा सकती है.
जैन धर्म में तीर्थंकरों की आराधना का विशेष महत्व है. तीर्थंकरों को जिनदेव, जिनेन्द्र या वीतराग भगवान कहा जाता है. जैन धर्म में भगवान को न कर्ता और न ही भोक्ता माना जाता है. जैन धर्म में अनेक शासन देवी-देवता हैं, लेकिन उनकी आराधना को कोई विशेष महत्व नहीं दिया जाता.
1. जैन धर्म के संस्थापक हैं-
[A] आर्य सुधर्मा
[B] महावीर स्वामी
[C] पार्श्वनाथ
[D] ऋषभदेव
सही जवाब: D [ ऋषभदेव ]
टिप्पणियाँ: जैन धर्म के मूल संस्थापक या प्रवर्तक प्रथम तीर्थंकर ऋषभदेव या आदिनाथ माने जाते हैं। महावीर स्वामी जैन धर्म के 24 वें तीर्थंकर थे, जिन्होंने छठी शताब्दी ई. पू. में जैन धर्म का प्रसार किया।
2. जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर कौन थे ?
[A] पार्श्वनाथ
[B] ऋषभदेव
[C] महावीर
[D] चेतक
सही जवाब: B [ ऋषभदेव ]
टिप्पणियाँ:बौद्ध धर्म में, सिद्धार्थ गौतम का बोधि (ज्ञान) प्राप्ति के लिए किया गया गृह त्याग ‘महाभिनिष्क्रमण’ कहलाता है. गौतम बुद्ध ने 29 साल की उम्र में अपना घर छोड़ा था. इस घटना के बाद उनका नाम ‘गौतम’ पड़ा. उनका विवाह यशोधरा से हुआ था और उनका एक पुत्र राहुला था.
3. जैन ‘तीर्थंकर’ पार्श्वनाथ निम्नलिखित स्थानों में से मुख्यतः किससे संबंधित थे?
[A] वाराणसी
[B] कौशाम्बी
[C] गिरिब्रज
[D] चम्पा
सही जवाब: A [ वाराणसी ]
टिप्पणियाँ: पार्श्वनाथ तेईसवें जैन तीर्थंकर हैं। इनका जन्म वाराणसी के राजा अश्वसेन के यहां हुआ था। इनकी माता का नाम वामा देवी था। इनका चिह्न सर्प है।
4. महावीर स्वामी का जन्म कहां हुआ था ?
[A] कुंडग्राम में
[B] पाटलिपुत्र में
[C] मगध में
[D] पाटलिपुत्र
सही जवाब: A [ कुंडग्राम में ]
टिप्पणियाँ: महावीर स्वामी का जन्म कुंडग्राम या कुंडलपुर में (वैशाली के निकट) लगभग 599 ई. पू. में हुआ था। उनकी माता त्रिशला वैशाली के लिच्छवी गणराज्य के प्रमुख चेटक की बहन थीं तथा पिता सिद्धार्थ ज्ञातृक क्षत्रियों के संघ के प्रधान थे। उनके बड़े भाई नंदिवर्धन थे। कुछ प्राचीन संस्करण की NCERT पुस्तकों में महावीर स्वामी का जन्म 540 ई.पू. उद्धृत है। इसी आधार पर अनेक प्रकाशकों ने भी यही जन्म तिथि अपनी पुस्तकों में अंकित किया है, जिससे भ्रम की स्थिति उत्पन्न हुई है। महावीर स्वामी की सही जन्म तिथि 599 ई. पू. ही उचित है, क्योंकि महावीर स्वामी, महात्मा बुद्ध के पहले के काल के हैं। महात्मा बुद्ध का जन्म 563 ई.पू. है। NCERT के नवीन संस्करणों में भी अब महावीर स्वामी का जन्म 599 ई. पू. प्रकाशित हो चुका है।
5. तीर्थंकर शब्द संबंधित है-
[A] बौद्ध
[B] ईसाई
[C] हिंदू
[D] जालन फोर्ट
सही जवाब: D [ जालन फोर्ट ]
टिप्पणियाँ: ‘तीर्थंकर’ शब्द जैन धर्म से संबंधित है। जैन धर्म में कुल 24 तीर्थंकर माने जाते हैं, जिन्होंने समय-समय पर जैन धर्म का प्रचार-प्रसार किया। जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर ऋषभदेव तथा अंतिम तीर्थंकर महावीर स्वामी थे।
‘जैन’ शब्द जिन या जैन से बना है जिसका अर्थ है ‘विजेता’. तीर्थंकर का अर्थ होता है जो तीर्थ की रचना करें. जो संसार सागर (जन्म मरण के चक्र) से मोक्ष तक के तीर्थ की रचना करें, वह तीर्थंकर कहलाते हैं.