सिंधु घाटी सभ्यता को हड़प्पा सभ्यता के नाम से भी जाना जाता है. यह सभ्यता कांस्य युग में विकसित हुई थी. यह सभ्यता सिंधु और घग्गर-हकरा नदी के किनारे विकसित हुई थी. यह सभ्यता 3300 ईसा पूर्व से 1300 ईसा पूर्व तक चली. इसका परिपक्व रूप 2600 ईसा पूर्व से 1900 ईसा पूर्व तक रहा.
भारतीय वास्तुकला के प्राचीनतम नमूने हड़प्पा, मोहनजोदड़ो, रोपड़, कालीबंगा, लोथल और रंगपुर में पाए गए हैं जो कि सिंधु घाटी सभ्यता या हड़प्पा सभ्यता के अंतर्गत आते हैं । लगभग 5000 वर्ष पहले, ईसा पूर्व तीसरी सहस्राब्दी में यह स्थान गहन निर्माण कार्य का केंद्र थे । नगर योजना उत्कृष्ट थी ।
1. मानव समाज विलक्षण है, क्योंकि वह मुख्यतया आश्रित होता है-
[A] संस्कृति पर
[B] अर्थव्यवस्था पर
[C] धर्म पर
[D] विज्ञान पर
सही जवाब:B [ अर्थव्यवस्था पर ]
टिप्पणियाँ: मानव समाज विलक्षण या विशिष्ट होता है, क्योंकि वह मुख्यतः अर्थव्यवस्था पर आश्रित होता है। अर्थव्यवस्था में जैसे-जैसे परिवर्तन होता जाता है वैसे-वैसे समाज परिवर्तित होता जाता है, जैसे- खाद्य संग्राहक, कृषि उत्पादन, उद्योग आदि। अर्थव्यवस्था में जैसे-जैसे परिवर्तन होता गया, सामाजिक व्यवस्था उसी अनुरूप में बदलती गई। संस्कृति, धर्म, विज्ञान आदि अर्थव्यवस्था में उत्पादन के साधनों में परिवर्तन के अनुसार ही परिवर्तित होते रहते हैं।
2. हड़प्पा निम्नलिखित में से किस सभ्यता से संबद्ध है ?
टिप्पणियाँ:हड़प्पा नामक पुरास्थल सिंधु घाटी सभ्यता से संबंधित है। इस सभ्यता का प्रथम पुरातात्विक प्रमाण हड़प्पा से प्राप्त होने के कारण सैंधव सभ्यता को हड़प्पा सभ्यता के नाम से भी जाना जाता है। कालानुक्रम की दृष्टि से यह सभ्यता मिस्र एवं मेसोपोटामिया की प्राचीन सभ्यताओं के समकालिक थी।
3. सिंधु सभ्यता संबंधित है-
[A] प्रागैतिहासिक युग से
[B] आद्य ऐतिहासिक युग से
[C] ऐतिहासिक युग से
[D] इनमें से कोई नहीं
सही जवाब:B [आद्य ऐतिहासिक युग से]
टिप्पणियाँ: सैंधव सभ्यता आद्य ऐतिहासिक काल की सभ्यता है, क्योंकि यहां पर लेखन कला का ज्ञान तो है, किंतु अभी तक इसे पढ़ा नहीं जा सका है। अतः इतिहास निर्माण में इसका प्रयोग नहीं किया जा सकता है।
4. सिंधु घाटी की सभ्यता गैर-आर्य थी, क्योंकि-
[A] वह नगरीय सभ्यता थी
[B] उसकी अपनी लिपि थी
[C] उसकी खेतिहर अर्थव्यवस्था थी
[D] उसका विस्तार नर्मदा घाटी तक था
सही जवाब:A [ वह नगरीय सभ्यता थी ]
टिप्पणियाँ: सिंधु घाटी की सभ्यता गैर-आर्य मुख्य रूप से इसलिए थी, क्योंकि वह नगरीय सभ्यता थी, जबकि आर्य सभ्यता ग्रामीण थी।
5. सिंधु घाटी सभ्यता को आर्यों से पूर्व की रखे जाने का महत्वपूर्ण कारक है-
[A] लिपि
[B] नगर नियोजन
[C] तांबा
[D] मृद्भांड
सही जवाब: D [ मृद्भांड ]
टिप्पणियाँ: सिंधु घाटी सभ्यता लिपि ज्ञान और नगर नियोजन आदि के संदर्भ में प्रारंभिक आर्यों से अधिक विकसित थी। पुरातात्विक साक्ष्यों में अलग-अलग काल में पाए गए मृद्भांड ही सिंधु घाटी सभ्यता को आर्यों से पूर्व का सिद्ध करते हैं। काले रंग की आकृतियों से चित्रित लाल मृद्भांड जहां हड़प्पा सभ्यता से संबंधित हैं, वहीं धूसर एवं चित्रित धूसर मृद्भांड (जो बाद के हैं) आर्यों से संबंधित माने गए हैं।
सिन्धु घाटी सभ्यता दुनिया की सबसे प्राचीन सभ्यताओं में से एक है। सिन्धु घाटी सभ्यता का पूर्व हड़प्पा काल करीब 3300 से 2500 ईसा पूर्व माना जाता है। चर्चित पत्रिका नेचर में प्रकाशित एक शोध में सिंधुघाटी सभ्यता को कम से कम 8000 साल पुरानी माना गया है।