गुप्त एवं गुप्तोत्तर युग

गुप्त एवं गुप्तोत्तर युग भारतीय इतिहास का महत्वपूर्ण अध्याय है। इस युग का आरंभ सम्राट चंद्रगुप्त प्रथम द्वारा ३२३ ईसा पूर्व किया गया था और यह युग लगभग ६०० से ७५० ईसा पूर्व तक चला। गुप्त साम्राज्य के समय में भारतीय सभ्यता का विकास और समृद्धि का काल था। इस युग में कला, साहित्य, विज्ञान, और धर्म क्षेत्र में उत्कृष्टता की प्राप्ति हुई।
गुप्त साम्राज्य के समय में भारत एक विज्ञान और कला के केंद्र बन गया था। गुप्त साम्राज्य के शासक चंद्रगुप्त प्रथम, समुद्रगुप्त, और चंद्रगुप्त द्वितीय के प्रमुख कार्यों में भारतीय समाज की अनेक क्षेत्रों में प्रगति का शांतिपूर्ण और समृद्ध संघर्ष करना शामिल था। इस युग में भारतीय सांस्कृतिक और धार्मिक परंपराओं का विकास हुआ, जिसने बाद में भारतीय समाज और संस्कृति को अत्यंत प्रभावित किया।

 

1. गुप्त वंश ने…………..अवधि में शासन किया।

[A] 319-500 ई
[B] 319-324 ई
[C] 325-375 ई
[D] 566-597 ई.

सही जवाब: A [ 319-500 ई]
टिप्पणियाँ: स्ट्रैगुप्त वंश ने लगभग 275-550 ई. तक शासन किया। इस वंश की स्थापना लगभग 275 ई. में महाराज श्रीगुप्त द्वारा की गई थी, किंतु गुप्त वंश का प्रथम शक्तिशाली शासक चंद्रगुप्त I था, जिसने 319-335 ई. तक शासन किया। इसने अपनी महत्ता सूचित करने के लिए अपने पूर्वजों के विपरीत ‘महाराजाधिराज’ की उपाधि धारण की।

 

 

2. निम्नलिखित शासकों में से किस एक ने चार अश्वमेधों का संपादन किया था ?

[A] पुष्यमित्र शुंग
[B] प्रवरसेन प्रथम
[C] समुद्रगुप्त
[D] अगाथोक्लीज

सही जवाब: B [ प्रवरसेन प्रथम ]
टिप्पणियाँ: वाकाटक शासक प्रवरसेन प्रथम ने चार अश्वमेध यज्ञों का संपादन किया। इसके साथ ही उसने अनेक वैदिक यज्ञ भी किए। इसी वंश के शासक प्रवरसेन द्वितीय की रुचि साहित्य में थी, उसने ‘सेतुबंध’ नामक ग्रंथ की रचना की।

 

 

3. ‘भारत का नेपोलियन’ किसे कहा जाता है ?

[A] चंद्रगुप्त मौर्य
[B] चंद्रगुप्त द्वितीय विक्रमादित्य
[C] अशोक महान
[D] समुद्रगुप्त

सही जवाब: D [ समुद्रगुप्त ]
टिप्पणियाँ: इतिहासकार विंसेंट स्मिथ ने अपनी रचना ‘अर्ली हिस्ट्री ऑफ इंडिया’ में समुद्रगुप्त की वीरता एवं विजयों पर मुग्ध होकर उसे ‘भारतीय नेपोलियन’ की संज्ञा दी है।

 

 

4. निम्नलिखित में से किस गुप्त राजा का एक अन्य नाम देवगुप्त था ?

[A] समुद्रगुप्त
[B] चंद्रगुप्त द्वितीय
[C] कुमारगुप्त
[D] उपर्युक्त में से कोई नहीं

सही जवाब: B [ चंद्रगुप्त द्वितीय ]
टिप्पणियाँ: गुप्त शासक चंद्रगुप्त द्वितीय ‘विक्रमादित्य’ का एक अन्य नाम देवगुप्त मिलता है। उसके अन्य नाम देवराज तथा देवश्री भी मिलते हैं।

 

 

5. प्रथम गुप्त शासक जिसने ‘परम भागवत’ की उपाधि धारण की, वह था-

[A] चंद्रगुप्त प्रथम
[B] समुद्रगुप्त
[C] चंद्रगुप्त द्वितीय
[D] श्रीगुप्त

सही जवाब: B [ समुद्रगुप्त ]
टिप्पणियाँ: नालंदा एवं गया के ताम्रपत्रों के अनुसार समुद्रगुप्त वह प्रथम गुप्त शासक था, जिसने परम भागवत’ की उपाधि धारण की थी । ज्ञातव्य | है कि कुछ पुस्तकों में परम भागवत उपाधि धारण करने वाला पहला शासक चंद्रगुप्त द्वितीय बताया गया है। लोक सेवा आयोग ने भी इस प्रश्न का उत्तर चंद्रगुप्त द्वितीय माना था। परंतु विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने इस प्रश्न का उत्तर समुद्रगुप्त माना है।

 

 

गुप्तोत्तर युग के दौरान, विभिन्न राज्यों ने भारत के शासन का प्रयास किया, जिससे राज्यों के बीच संघर्ष तेजी से बढ़ा। इस काल में गुप्त साम्राज्य का अंत हुआ और भारतीय इतिहास में अनेक छोटे-बड़े राज्यों की उत्पत्ति हुई। यह युग भारतीय इतिहास के विभिन्न पहलुओं में अत्यंत महत्वपूर्ण है, जिसने भारतीय समाज को नए दिशाओं में अग्रसर किया।

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